गागा भट्ट ब्राह्मण, जिनके वंशज कराएं रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा

गागाभट्ट मूलरूप से महाराष्ट्र के पैठण के रहने वाले थे और बाद में वाराणसी में बस गए थे। उनका गोत्र विश्वामित्र था। पंडित गागाभट्ट 17वीं शताब्दी में हुए ख्यात ब्राह्मण विद्वान थे, जिन्हें विश्वेश्वर भट्ट या गंग भट्ट के नाम से भी जाना जाता है। ब्राह्मण विद्वान गागाभट्ट मूलत: वाराणसी के रहने वाले थे और उन्होंने ही मराठा साम्राज्य को मजबूत करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक करवाया था।

17वीं शताब्दी में गागाभट्ट वैदिक प्रवचन के सबसे बड़े जानकार थे। गागाभट्ट देशस्थ ऋग्वेदी ब्राह्मण थे। गागाभट्ट मूलरूप से महाराष्ट्र के पैठण के रहने वाले थे और बाद में वाराणसी में बस गए थे। उनका गोत्र विश्वामित्र था और गागाभट्ट के परदादा नारायण भाश भी एक प्रसिद्ध विद्वान थे और स्मृति ग्रंथों पर कई उल्लेखनीय कार्य किया था।

शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक साल 1674 में हुआ था। इसके करीब 11 साल पहले से शिवाजी महाराज और गागाभट्ट एक-दूसरे से परिचित थे। पंडित गागाभट्ट ने जब शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक कराया था, तब उन्होंने देश की 7 पवित्र नदियों का जल स्वर्ण कलश में भरकर शिवाजी महाराज के सिर पर रखा था और राज्याभिषेक मंत्रों का उच्चारण किया था। विधि-विधान से पूजा के बाद शिवाजी महाराज ने जीजा माता के पैर छुए थे।